इस तरह के नेलपॉलिश से संवारे नाखून की खूबसुरती

  संतोष कुमार गुप्ता

संवरने का शौक किसको नही है। लेकिन बात लड़कियो की करे तो वह अभी भी इसमे आगे है। शहर ही नही गांव की लड़किया भी आधुनिक तरीके से सजना सवरना चाहती है । क्योंकि सौंदर्य निर्भर करता है स्वास्थ्य पर। एक स्वस्थ शरीर में ही उम्दा सौंदर्य और आकर्षण होता है। हाथों की खूबसूरती में नाखूनों का महत्वपूर्ण योगदान होता है और यह तभी संभव है जब आप पूरी तरह से स्वस्थ और नाखूनों के प्रति सजग हैं।  पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियां नाखूनों के प्रति अधिक सचेत रहती हैं। गुलाब सरीखे, पुष्ट, आभायुक्त और मुलायम नाखून नारी-सौंदर्य को सहज ही रूप से बढ़ाते हैं और सौन्दर्य के प्रति उनके रुझान को दर्शाते हैं। सुन्दर नाखून से व्यक्ति के व्यक्तित्व का अनुमान लग जाता है कि वह अपनी सेहत के प्रति कितना जागरुक है।लड़कियां अपने हाथों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए नेलपॉलिश का इस्तेमाल करती हैं। मार्किट में नेलपॉलिश कई ब्रांड में उपलब्ध है और लड़कियां भी बढ़िया ब्रांड की नेलपॉलिश लेना पसंद करती हैं। बिहार के कई जिलो मे मॉडल श्रंगार स्टोर खुल रहे है। मुजफ्फरपुर जिले के इस्लामपुर, मोतीझील, सरैयागंज टावर पर श्रंगार की आकर्षक दुकाने युवतियो को लुभाती है। इतना ही नही मीनापुर के ग्रामीण इलाको मे शहरी तर्ज पर श्रंगार की दुकान तेजी से खुल रही है। वावजूद नेलपॉलिस के गुणवत्ता पर सवाल भी उठने लगे है।  कई बार नेलपॉलिश का यूज करने से नाखूनों का रंग पीला पड़ने लगता है लेकिन क्या आप इसके पीछे का कारण जानते है? दरअसल,  नेल पॉलिश में कई कैमिकल्स होते हैं जो स्किन और हैल्थ दोनों पर बुरा प्रभाव डालते है। आज हम आपको नेलपॉलिश में मौजूद एेसे तत्वों के बारे में बताएंगे जो शरीर के लिए हानिकारक होते है।
-टोल्यूनि

टोल्यूनि नाखूनों पर नेल पॉलिश के रंग को लंबे समय तक बरकरार रखता है लेकिन इससे केंद्रीय तंत्रिका तंत्र(Central nervous system) पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इस तरह की नेलपॉलिश का इस्तेमाल करने से सिरदर्द और थकावट जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
– फॉर्मल्डेहाइड

यह एक कलरलेस गैस होती है जो नेलपॉलिश को लंबे समय तक स्टोर रखने में मदद करती है। अगर आपको किसी तरह की इलर्जी है तो इसके संपर्क में आने से त्वचा में सूजन आ सकती है। इसके अलावा कैंसर भी हो सकता है।

– Dibutyl Phthalate

इसका इस्तेमाल अच्छी खुशबू के लिए किया जाता है लेकिन इससे कई खतरनाक बीमारियां हो सकती है। इससे एन्डोक्राइन डिसआर्डर(endocrine disorders) या फिर सांस संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
कैसे चुने एक अच्छा नेल पॉलिश 

हमेशा नेलपॉलिश लेते समय उसमें इस्तेमाल किए कैमिकल्स के बारे में जरूर पढ़ें। अगर इसपर 5-Free लिखा हो तो इसका मतलब इसमें फॉर्मल्डेहाइड नहीं है। वहीं, अगर इस पर 3-Free लिखा हो तो इसका मतलब इसमें तीनों हानिकारक तत्वों का इस्तेमाल नहीं किया गया।
ऐसे बढाये नाखून की खूबसूरती
1 -अधिकंतर स्त्रियां नाखूनों की खूबसूरती के लिए बाजारू नेल-पॉलिश लगाती हैं पर इससे नाखून कठोर और आभाहीन हो जाते हैं। उम्दा किस्म के पॉलिश ही प्रयोग में लाएं। कई अनभिज्ञ स्त्रियां पॉलिश करने से पूर्व अपने सारे नाखूनों को खुरचती हैं, ऐसा करना ठीक नहीं होता है। नाखून खुरचे नहीं।

2.  नाखूनों को बाह्य संक्रमणों से बचाएं। मैल से उपजे विषाणुओं, बैक्टीरिया, सड़े पदाथों व केमिकल आदि से सदा दूर रहे । संदेह की अवस्था में दस्ताने का प्रयोग करें, इससे नाखून सुरक्षित रहेंगे।
3.  नींबू का रस, गुलाब जल, खीरे का रस, मेंहदी की पत्तियों का रस नाखूनों को आर्द्र रखने में सहायक है। कभी-कभार ऐसे रसों का इस्तेमाल करें। इसके लगातार प्रयोग से नाखून निखरते हैं।
4. बाहरी हानिकारक प्रभावों से बचाने के क्रम में नाखूनों की सुरुचिपूर्वक तेल मालिश उचित और अपेक्षित है। नहाने के बाद नाखूनों पर तेल लगाएं। शुद्ध सरसों या तिल का तेल उपयुक्त है, इससे  नाखूनों में नमी बनी रहती है और नाखून सख्त नहीं पड़ते हैं।
5. नाखूनों को मुलायम बनाए रखने के लिए लेप-अवलेह भी प्रयोग में लाएं। अपनी अंगुलियों पर मेंहदी रचाने वाली स्त्रियों के नाखूनों में बेहतर चमक होती है। मेंहदी का लेप लगाएं। पालक-साग का लेप भी प्रभावकारी है, पालक की दो-चार पत्तियां पीस लें, उसमें जैतून का तेल मिलाकर नाखूनों पर लेप लगायें और थोड़ी देर इन्हें सूखने दें। इसी तरह कच्ची हल्दी का उबटन बनाएं और उसमें शुद्ध सरसों का तेल डालें। यह उबटन नाखूनों की चमक बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
6.  कपड़े धोने, सब्जी काटने जैसे कार्यों से भी नाखून खराब होते हैं। हानिकारक साबुन और पाउडर, अधिक खारे जल, गर्म जल, अधिक ताप से नाखूनों को बराबर बचायें। इसी तरह अधिक ठंडा पानी भी खतरनाक है। अधिक गर्म पानी के तुरन्त बाद पानी में नाखूनों को कभी प्रविष्ट न कराएं क्योंकि तनाव और दबाव पाकर नाखून सख्त पड़ जाते हैं।
7. मैल या गंदगी नाखूनों के शत्रु हैं। नाखूनों में मैल न जमने दें। हाथों, खासकर अंगुलियों की विशेष साफ-सफाई करें पर अधिक गर्म पानी से नाखूनों को बचाएं। जैसे शरीर का स्नान होत है, उसी तरह नाखून-स्नान होना चाहिए। इस विशेष स्नान के लिए ठंडे पानी का ही इस्तेमाल करें। मुलायम ब्रश से मैल हटाएं। अधिक साबुन, पाउडर का प्रयोग न करें।
8. नाखूनों की मालिश के अच्छे परिणाम देखे गए हैं। आप मनोयोग से मालिश करें। मालिश के लिए  कोई अच्छी क्रीम या जैतून का तेल लाभकारी है। मालिश से पहले सारी अंगुलियों को तेल में डुबोयें और एक हाथ से दूसरे हाथ की मालिश करें। मालिश के समय मीठे सोडे का प्रयोग करने से नाखूनों की चमक बढ़ती है।
9. नाखूनों की स्वाभाविक चमक को कायम रखने के लिए अधिक प्रोटीनयुक्त पदार्थों का सेवन करें। शरीर को अपेक्षित मात्रा में कैल्शियम चाहिए। कमजोर और रोगों से ग्रस्त व्यक्ति डाक्टरों से नाखूनों का परीक्षण कराएं। अनिवार्य स्थिति में डॉक्टर कोई संबंधित टॉनिक या दवा दे सकता है।

10. नाखूनों की जांच-पड़ताल कराते रहें। विशेषकर नाखूनों की स्वस्थ स्थिति और नाखूनों की रंगत पर ध्यान दें। नाखून पीली और सफेद रंगत का एहसास कराएं तो चौकस हो जायें। इन्हें डाक्टर से अवश्य दिखाएं।
11. नाखूनों को उल्टे-सीधे ढंग से न काटें। नाखून काटने की एक अच्छी नींव डालें। बच्चों के नाखून गोलाई में काटें और लगातार नियमपूर्वक काटें, तभी ये देखने में अच्छे लगेंगे।

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